Class 10th Science Chapter 10{Light:- Refrection & Reflection}|Class 10th Physics Chapter 10 प्रकाश:- अपवर्तन और परावर्तन| प्रकाश किसे कहते हैं?
•प्रकाश क्या है?
प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है जो हमारी आंखों में संवेदना उत्पन्न करती हैं जिसके कारण हम वस्तुओं को देख पाते हैं।
•ऐसी वस्तुएं जो स्वयं प्रकाश उत्पन्न करती हैं, प्रदीप्त वस्तुएं (Luminous objects) कहलाती हैं; जैसे - सूर्य, विद्युत 💡 बल्ब आदि। इसके विपरीत,
•वे वस्तुएं जो स्वयं प्रकाश उत्पन्न नहीं करती हैं बल्कि प्रदीप्त वस्तुओं के प्रकाश के आपतित होने पर दिखाई देती हैं, अप्रदीप्त वस्तुएं (non-luminous objects) कहलाती हैं; जैसे- चंद्रमा, मेज, बर्तन आदि।
आज के इस पोस्ट में हम लोग प्रकाश के परावर्तन और अपवर्तन की परिघटनाओ का, प्रकश के सरल रेखीय गमन उपयोग करके अध्ययन करेंगे।
•प्रकाश के गुण(Properties of Light 🚨)
१. प्रकाश के कारण हम वस्तुओं को देख पाते हैं, लेकिन प्रकाश स्वयं दिखाई नहीं देता।
२. प्रकाश विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में चलता है।
३. चमकदार तलो पर प्रकाश का परावर्तन(reflection 🪞) होता है।
४. निर्वात में प्रकाश चल सकती हैं, निर्वात में प्रकाश की चाल 3×10^8m/s होती हैं।
५. प्रकाश सीधी रेखा में गमन(चलती) हैं।
Note:- प्रकाश तरंग जिस सरल रेखीय पथ पर गमन करती है उसे प्रकाश किरण कहते हैं। किरणों के समूह को प्रकाश पुंज कहते हैं।
•प्रकाश का परावर्तन(Reflection of Light)
प्रकाश का किसी चिकने तल से टकराकर वापस उसी माध्यम में लौट आना, प्रकाश का परावर्तन कहलाता हैं।
परिभाषा 2.
जब प्रकाश किसी पॉलिशदार व चिकने तल पर गिरता है तो उसका अधिकांश भाग तल से टकराकर वापस लौट आता है। प्रकाश के चिकने तल से टकराकर वापस लौटने की इस प्रक्रिया को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं ।
उदाहरण:- सीसे (दर्पण) से टकराकर वापस प्रकाश का किसी दूसरे पर पड़ना अर्थात् चौंध लग जाना।
•परावर्तन के लिए (Laws of Refelction).
किसी परावर्तक तल से प्रकाश के परावर्तन के मुख्य दो नियम होते हैं -
प्रथम नियम - आपतित किरण, परावर्तित किरण तथा अभिलंब तीनो एक ही तल में होते हैं। इस तल को आपतन तल कहते हैं।
द्वितीय नियम - तल के अभिलंब तथा आपतित किरण के बीच का कोण तथा तल के अभिलंब तथा परावर्तित किरण के बीच के कोण बराबर होते हैं, अर्थात् परावर्तन कोण सदैव आपतन कोण के बराबर होता है।
परावर्तन कोण (r)=आपतन कोण (i)
•प्रतिबिंब (Image)
जब हम दर्पण के सामने किसी वस्तु को रखते हैं तो दर्पण में उस वस्तु की आकृति बन जाती है। इस आकृति को वस्तु का 'प्रतिबिंव 'कहते हैं।
Note :- स्वयं वस्तु को बिम्ब भी कहते हैं।
प्रतिबिंब दो प्रकार के होते हैं -
1. वास्तविक प्रतिबिंब (Real Image)
यदि किसी बिंदु वस्तु से चलने वाली प्रकाश किरणे दर्पण से परावर्तन के बाद किसी दूसरे बिंदु पर वास्तव में मिलती है तो वह प्रतिबिंब , वास्तविक प्रतिबिंब कहलाता हैं। इस प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त किया जा सकता है ।
2. आभासी प्रतिबिंब(Virtual Image)
यदि किसी बिंदु वस्तु से चलने वाली प्रकाश की किरणे दर्पण से परावर्तन के बाद किसी दूसरे बिंदु पर वास्तव में नहीं मिलती है, बल्कि दूसरे बिंदु से आती हुई प्रतीत होती हैं तो इस बिंदु पर बने प्रतिबिंब को बिंदु वस्तु का आभासी प्रतिबिंब कहते हैं। इस प्रतिबिंब को पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है, इसका केवल फोटो लिया जा सकता है।
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